हिंदी हमारी मातृ भाषा
पूरी हो हर मन की अभिलाषा
कई भाषाओं का घर है ये
ऊँचा करे हर मस्तक ये
संस्कृत से जन्मी ये रानी
लंबी है इसकी कहानी
भावनाओं को जताना हो
या माँ को कुछ बताना हो
दिल से निकली ये गाथा
इसके सामने झुके मेरा माथा
मनाते हैं आज हिंदी दिवस आओ
अपना प्यार इसके प्रति जताओ
हिंदी हमारी मातृ भाषा
पूरी हो हर मन की अभिलाषा ।
- आस्था गुप्ता
कक्षा - नौ ई
एमिटी इंटरनेशनल स्कूल
सेक्टर- 46, गुड़गाँव
अतिउत्तम आस्था ..... एेसे ही लिखती रहना
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