nana ki  pitari नाना की पिटारी  ब्लॉगर  डाॅट काम पर

नाना की पिटारी इन्टरनेट पर छोटे बच्चों के लिए हिन्दी की, जून 2025 को प्रकाशित एकमात्र मासिक निशुल्क पत्रिका संपादक शरद कुमार श्रीवास्तव, मेरठ उ प्र ईमेल nanakipitari@gmail.com

गुरुवार, 12 जून 2025

इला और इमली : अंजू जैन गुप्ता

›
  इम्फाल भारत के मणिपुर राज्य की राजधानी है।यह एक खूबसूरत शहर है। यहाँ पर इला नाम की एक लड़की थी । जिसका घर एक तीन मंजिला इमारत में था।  उसक...
सोमवार, 9 जून 2025

ईशान और ईद : अंजू जैन गुप्ता

›
  ईशान आज बहुत खुश है।वह आज जल्दी से उठकर तैयार हो जाता है और अम्मी-अम्मी को पुकारता हुआ अम्मी के पास  रसोई में चला जाता है।अम्मी ईशान को तै...
रविवार, 8 जून 2025

-गंगा दशहरा : शरद कुमार श्रीवास्तव

›
पाश्चात्य सभ्यता का प्रभाव आजकल युवा पीढ़ी पर इतना   अधिक है  कि वह वैलेंटाइन डे के साथ  कोई न कोई डे हर  सप्ताह  खोज खोज कर मनात...

खुशी एक परिचय: रचना अंजान

›
  बहुत  दिन  बाद  पकड़  में  आई... *खुशी*...तो  पूछा ? कहाँ  रहती  हो  आजकल.... ?  ज़्यादा  मिलती  नहीं..? *"यही  तो  हूँ"*  जवाब ...

तू कितनी अच्छी है : ओ माँ

›
 

गरीबी एक चित्रण: प्रिया देवांगन "प्रियू"

›
                           विनी और बिट्टू दोनों भाई-बहन मैले-कुचैले कपड़े पहने थे। हाथों में छोटी-छोटी बोरियाँ थीं। वे कचरे बीनने जा रहे थे। ...

गुल्ली बिल्ली और गिलहरी : अंजू जैन गुप्ता

›
एक दिन की बात है खूब जोरों से बिजली गरज रही थी और बारिश हो रही थी । गिर के जंगलों मे बहुत से जानवर जैसे गिलहरी,गिरगिट,गधा गाय और गैंडा हाथ म...
बुधवार, 7 मई 2025

आप्रेशन सिंदूर पर दो रचनाएं

›
1 अर्चना सिंह जया, गाजियाबाद की रचना आतंकवादियों को ललकारने, दहशत दिल में जगाने आया 'ओप्रेशन सिंदूर'। मां-बहन-बहुओं के आंसुओं का मान...

आंतकवाद एक बुराई

›
  जम्मू-कश्मीर में पहलगाम से थोड़ी दूर एक जगंल था। उस जंगल का नाम खुशहाल था क्योंकि वहाँ बहुत हरियाली थी और सभी जानवर मिल-जुल कर खुशी से रहत...

स्वर 'अ' की कहानी अमन और अमरूद

›
  एक लड़का था उसका नाम था अमन । वह अपने मम्मी-पापा के साथ अली नगर में रहता था। इस बार अमन गर्मी की छुट्टियों में अपनी नानी के गाँव जाता है।न...
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
SHARAD KUMAR SRIVASTAVA
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
Blogger द्वारा संचालित.