सोमवार, 26 दिसंबर 2016

बालगीत रचना कौशल किशोर

मौसम के रंग
मौसम ने कुछ दिन मे ज्यादा ही धूप दिखाई है और रात मे ठंड बढ़ाई है इसी को कहते है मौसम की अगड़ाई शरद ऋतु धीरे धीरे आई है। गाजर का हलुआ गज़क मक्खन मलाई देखो भाई शरद ऋतु आई। मुगफली बदाम गुड की पट्टी भी साथ लाई बच्चों के लिए शीतकलिक छुटियो की सौगात लाई है। यही है खाने का मौसम बाजरा मक्का की रोटी की खुमार छाई देखो शरद ऋतु आई है।
कौशल किशोर

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