मंगलवार, 6 दिसंबर 2016

शादाब आलम का बालगीत

शेर का फरमान













जंगल में जब कूड़ा देखा
शेर हुआ नाराज़












रीछ मंत्री जी को उसने
फ़ौरन दी आवाज़।












शेरसिंह ने उन्हें सुनाया
फिर अपना फरमान
जगह-जगह रखवा दो जाकर
वन में कूड़ेदान।








शादाब  आलम

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