गुरुवार, 6 अप्रैल 2017

भुवन बिष्ट की रचना : अ से अनार




अ से अनार,...
आओ बांटें जग में प्यार,
आ से आम,... 
सदा करें हम अच्छे काम,
इ से इमली,...
देश की राजधानी है दिल्ली,
ई से ईख...
सदा आदर्शो पर चलना सिख,
उ से उल्लू...
सच्चाई को कभी न भूल,
ऊ से ऊन....
अच्छाई की ताकत बुन,
ऋ से ऋषि,...
सुंदर खेत खलिहान है कृषि,
ए से एड़ी...
जीवन है संघर्ष की सीढ़ी,
ऐ से ऐनक...
मेहनत है सफलता की जनक,
ओ से ओखली...
झूठ की राह होती है खोखली,
औ से औरत....
मेहनत से मिलती है महारथ,
अं से अंगूर....
पढ़ना लिखना सभी जरूर,
अः है खाली....
सजायें मानवता की थाली,
बच्चों बजाओ मिलकर ताली


                             ........भुवन बिष्ट
                              रानीखेत (अल्मोड़ा)
                              उत्तराखण्ड

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