मम्मी पापा अच्छे सबसे
जन्म हुआ ये जाने तबसे
मम्मी बिन नींद न आये
सवारी पापा की पीठ भाये
दोस्तो संग कर लेते मस्ती
चॉकलेट खाते महंगी सस्ती
जरा भी दूर हुये तो जाने यही
सिवा तुम्हारे कोई अपना नही
मम्मी बनाती स्वादिष्ट पकवान
पापा दिलवाते मनचाहा सामान
गलती करे तो डांटते है
अगले पल पुचकारते है
तुम दोनो ईश्वर नही पर
मेरे लिये हो उससे बढ़कर
मम्मी पापा अच्छे सबसे
जन्म हुआ ये जाने तबसे.
अर्पिता अवस्थी
बर्रा , कानपुर
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