रविवार, 6 अगस्त 2017

सियाराम शर्मा का राखी गीत




राखी
राखी
रेशम का धागा
हरे लाल पीले
मोती से पिरोए
नेह की डोर में
समाये
बहना के
असीम,
प्यार की उमंगों


उमड़ते हुए
अनुराग
स्नेह की
पावन
अटूट सौगात
भाई की
कलाई पर
बंधी यह
डोर!
आशाओं
आशीर्वादों की
कामनाओं से
पूरित
भाई के मस्तक पर
शोभित तिलक चंदन की
चमकती दमक
खुशियों की
अपार
मिठास
रिश्तों में
अतुल रस
घोलता
स्नेह उत्सव
रखे अमर
भाई -बहन
प्यार के
बंधन को  अटूट
यह रक्षाबंधन


                                  सियाराम शर्मा

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