बुधवार, 6 सितंबर 2017

कृष्ण कुमार वर्मा का बालगीत : हमारा प्यारा स्कूल







सबसे प्यारा , सबसे न्यारा
है देखो स्कूल हमारा ,
पढ़ना भी है , खेलना भी है
नित प्रतिदिन सीखना भी है ...

रंग बिरंगे पुस्तके और हरे भरे मैदान
सुंदरता और स्वच्छता है इसकी पहचान ...
खेल- खेल में शिक्षक हमे सिखाते
गणित , विज्ञान के सवाल यू सुलझाते ...

अच्छा लगता है मुझको , जाना स्कूल
कभी ना करता छुट्टी मारने की भूल ...
जीवन में मुझको आगे बढ़ना है
पढ़ाई - लिखाई सच्चे मन से करना है ...

सबसे प्यारा , सबसे न्यारा
है देखो स्कूल हमारा ...




                                   कृष्ण कुमार वर्मा ,
                                   रायपुर [छत्तीसगढ़]

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