नाना की पिटारी
इन्टरनेट पर छोटे बच्चों के लिए हिन्दी की, जून 2025 को प्रकाशित एकमात्र मासिक निशुल्क पत्रिका
संपादक शरद कुमार श्रीवास्तव, मेरठ उ प्र
ईमेल nanakipitari@gmail.com
शनिवार, 13 जनवरी 2018
शादाब आलम का बालगीत : ठंड हमें धमकाए
बाहर फैली धुंध, हवाएं चलें सरर-सर सर सुन्न पड़े हैं हाथ-पैर, हम- कांपे थर-थर-थर। पानी छूने से डर लगता ठंड हमे धमकाए फिर भी रिंकू रोज़ नहाकर ही विद्यालय जाए।
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