महेन्द्र देवांगन की हाइकू शैली पर आधारित कविता : बेटी
(1) भेद ना कर
बेटी बेटा समान
अपना मान ।
(2) बेटी पढ़ती
विकास है गढ़ती
आगे बढ़ती ।
(3) चुप रहती
सब कुछ सहती
सदा हंसती ।
(4) काम करती
कभी नही थकती
ख्याल रखती ।
(5) खुद पढ़ती
भाई को भी पढ़ाती
गाना सुनाती ।
महेन्द्र देवांगन "माटी"
पंडरिया (कवर्धा )
छत्तीसगढ़
वा . नं . 8602407353
संपादक महोदय को बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी है।
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