शनिवार, 26 जनवरी 2019

कृष्ण कुमार वर्मा की रचना : मेरा गांव




जहाँ बैठते है पीपल की छांव में ,
हरियाली से खेतो के बाड़ में ...
जहाँ खेले हम मस्त , निस्वार्थ में
पढ़ाई के बोझ से तन्हा दूर ...
ना कोई चिंता , ना कोई भागमभाग 
सादगी का जीवन , रिवाजो का राग ...
शांति , सुकून और परम्पराओ से भरा ,
ऐसा मेरा गाँव , जहाँ मैंने जीवन को गढ़ा ।





कृष्ण कुमार वर्मा (व्याख्याता) 
                                  चंदखुरी फार्म
                                  रायपुर 

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