मंगलवार, 26 मार्च 2019

कविता - " दादी मां " : कृष्ण कुमार वर्मा







बच्चो को करे , प्यार - दुलार
कहानियां सुनाये जो बार - बार ...
ऐसी होती है घर पर 
प्यारी दादी मां का व्यवहार ...

करे हमेशा ख़ूब देखभाल ,
खिलाये रोजाना रोटी और दाल ...
अगर पड़े जो हम , थोड़ा बीमार ,
जल्दी ही करती घरेलू उपचार ...

ख़ूब खिलाती , ख़ूब घुमाती 
जीवन परख की हर बात बताती ...
नये- नये प्यारी सी लोरियां गाती ,
हमारे बचपन की सच्ची साथी ,
मेरी प्यारी , प्यारी दादी ....


                                 कृष्ण कुमार वर्मा 

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