वीणा वाली शारद मैया , हमको दे दो ज्ञान।
नन्हे नन्हे बच्चे हैं हम , करें आपका ध्यान।।
चरणों में हम शीश झुकाते , करते हैं सम्मान।
हाथ जोड़ कर विनती करते , करेंगे न अपमान।।
दीप ज्ञान की जल जाये माँ , करते सभी प्रणाम।
हम भी आगे बढ़ते जायें , जग में हो सब नाम।।
आशीर्वाद हमें दो माता , करें नेक हम काम।
पढ़ लिख कर विद्वान बनें हम , रौशन कर दो नाम।।
रचना
प्रिया देवांगन "प्रियू"
पंडरिया (कवर्धा)
छत्तीसगढ़
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