नाना की पिटारी
इन्टरनेट पर छोटे बच्चों के लिए हिन्दी की, जून 2025 को प्रकाशित एकमात्र मासिक निशुल्क पत्रिका
संपादक शरद कुमार श्रीवास्तव, मेरठ उ प्र
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शुक्रवार, 6 दिसंबर 2019
नटखट लल्ला : शादाब आलम
हाथ झटके, पैर उछाले रोते-रोते आँख सुजा ले न अम्मा से न नानी से चुप होता न आसानी से भरी दूध की शीशी पाकर पीता है मुस्का-मुस्काकर शीशी खाली फिर से हल्ला करने लगता नटखट लल्ला।
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