एक बाल कविता प्रभुदयाल श्रीवास्तव : भैंस मिली छिंदवाड़े में
भैंस गुमी ,भई भैंस गुमी।
काली वाली भैंस गुमी।
गए ढूंढ़ने कोलकाता,
दिल्ली को भी छाना खूब।
नहीं मिली जब ढूंढ़े से,
सोचा गई नदी में डूब।
कानाफूसी में पाया,
गई है भैंस अखाड़े में।
तुरत ढूंढने निकले तो,
भैंस मिली छिंदवाड़े में
प्रभूदयाल श्रीवास्तव
१२ शिवम् सुंदरम नगर
छिन्दवाड़ा म प्र
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