मंगलवार, 5 जनवरी 2021

कौन बड़ा है वीरेन्द्र सिंह ब्रजवासी की बाल रचना

 


ज़िद पर मेरा  मित्र अड़ा है,

ईश्वर  या अल्लाह  बड़ा  है,

अम्मा तुम इतना बतला दो,

सबसे आगे  कौन खड़ा  है।


अम्मा   बोली   बेटा    तूने,

क्योंकर ऐसा प्रश्न किया है?

ईश्वर  का  बटवारा   करने,

का किसने प्रपंच  किया है।


अलग-अलग नामोंसे ईश्वर,

सकल जगतमें पूजा जाता,

वह तो हम सबके भीतर है,

लेकिन नज़र नहीं है आता।


हमनेअपनी स्वार्थ सिद्धि में,

उसका नामकरण करडाला,

भेदभाव के बिना जगत को,

देता  जो   भरपूर   उजाला।


कोई  छोटा   नहीं   बड़ा  है,

सिर्फ राह में अहम अड़ा  है,

हमने  ही  उसको  छोड़ा  है,

वह तो सबके साथ खड़ा है।


शंकाओं  को  दूर  भागकर,

परममित्रको यह समझाओ,

मंत्र करो  तुम  याद  हमारा,

कलमा याद  हमें  करवाओ।


कहो सखा  से  जाकर  बेटा,

जिदपरवहकिसलिएअड़ा है,

ईश्वर  सबके   लिए   एकसा,

कभी न छोटा  और  बड़ा  है।

  


                 वीरेन्द्र सिंह ब्रजवासी

                    मुरादाबाद/उ,प्र,

                    9719275453


              वीरेन्द्र सिंह ब्रजवासी

                  मुरादाबाद/उ,प्र,

                  9719275453

                   04/01/2021

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