गुरुवार, 16 मार्च 2017

डा प्रदीप शुक्ल की रचना : अम्मा हम इस्कूलै जइबे







हम ना भंइसि चरइबे अम्मा 
हम इस्कूलै जइबे

एबीसीडी सीखब हुअनै 
सीखब हुएं पहाड़ा 
पहिनब बेल्ट, न बांधब अब हम 
पइजामा का नाड़ा 

घुट्टम घुट्ट न रहिबे अम्मा 
हमहूँ बार बढ़इबे


लउटब जब इस्कूल ते अम्मा 
हम ख्यालब फुटबाल
तुरतै खोलि क भंइसी 
ना लई जइबे वहिका ताल 

होमवर्क तो करिबे पर, ना 
घर का कामु करइबे 
हम ना भंइसि चरइबे अम्मा 
हम इस्कूलै जइबे

                                 डॉ  प्रदीप  शुक्ल
                                 लखनऊ 

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