हम ना भंइसि चरइबे अम्मा
हम इस्कूलै जइबे
एबीसीडी सीखब हुअनै
सीखब हुएं पहाड़ा
पहिनब बेल्ट, न बांधब अब हम
पइजामा का नाड़ा
घुट्टम घुट्ट न रहिबे अम्मा
हमहूँ बार बढ़इबे
लउटब जब इस्कूल ते अम्मा
हम ख्यालब फुटबाल
तुरतै खोलि क भंइसी
ना लई जइबे वहिका ताल
होमवर्क तो करिबे पर, ना
घर का कामु करइबे
हम ना भंइसि चरइबे अम्मा
हम इस्कूलै जइबे
डॉ प्रदीप शुक्ल
लखनऊ
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