बुधवार, 26 अप्रैल 2017

 गुंजिका कौशिक का बालगीत : बेटियाँ




बेटियाँ 

फूलों की तरह खिलती है।
जीवन में अनेक रंग भर देती है।
खुद एहसास नहीं किया मैंने ,
पर पापा कहते है कि बेटियाँ ऐसी ही होती है। 
प्यार भरा तोहफा होती हैं

हमारी जिंदगी की माला का सबसे प्यारा मोती हैं ,
एक नई दुनिया बसा देती है अपने आस पास ,
कहते है बेटियाँ ऐसी ही होती है।  
माँ की खुशियों की तिजोरी होती है।

पापा की राजकुमारी होती है। ,
पूरे परिवार को अपना बना लेती है। ,
बेटी नन्ही परी कहलाती है।
बेटों से प्यारी होती है बेटियाँ 
सबकी दुलारी होती है बेटियाँ ,
दिल में घर बना लेती हैं ,
ऐसी ही होती  है  बेटियाँ।

                        गुंजिका कौशिक
                       कक्षा नौ ( ब)
                       एमिटी इन्टरनेशनल स्कूल
                        गुरुग्राम




कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें