भुवन बिष्ट की रचना :भारत वन्दना
भारत वन्दना
नवल प्रभात की किरणों से,
फैली है जग में हरियाली,
मानवता ही फैले जग में,
चहुं दिशा में फैले खुशहाली,
राग द्वेष की बहे न धारा,
हिंसा मुक्त हो जगत हमारा,
फैले धरा में अब हरियाली,
भारत -भू में खुशहाली
भुवन बिष्ट
रानीखेत
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