अंशु विनोद गुप्ता की रचना : नन्हे मुन्नों के लिए
आज चाँदनी खिली खिली
धरा गगन पर नहीं मिली
रूठ के बेटी कहाँ छुपीं
मॉंम को पुच्ची नहीं मिली
तारों के घर बर्थडे हैप्पी
बर्थडे जम्पिंग नहीं मिली
आओ मिलकर नाचें गायें
ढूंढों उदासी नहीं मिली
अंशु विनोद गुप्ता
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें