माँ तेरा ये बेटा सैनिक
देश की लाज बचाएगा।
मातृभूमि पर शीश चढ़ा कर
तेरा कर्ज चुकाएगा।
प्रेम और सद्भाव के झरने
हिन्द भूमि पर बहते हैं ।
लेकिन कुछ नापाक दरिंदे
आस्तीनों में रहते हैं।
हम सब बच्चे कसम उठाते
दुश्मन को ललकारेंगे
पाक अगर नापाक रहा तो
घर में घुस कर मारेंगें।
माँ मुझको मंजूरी दे दे
मैं सेना में जाऊंगा।
मातृभूमि की सेवा में
मैं अपना शीश कटाऊंगा।
सुशील शर्मा
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