है मेरा खरगोश निराला,
आधा भूरा आधा काला,
गोल गोल चमकीलीआंखें,
लंबे - लंबे कानों वाला।
है मेरा खरगोश-----------
रेशम जैसे बालों वाला,
सरपट दौड़ लगाने वाला,
स्वयं सुरंगें बना बनाकर,
अपनी जान बचाने वाला।
है मेरा खरगोश-----------
सबका मन हर्षाने वाला,
सीधा सच्चा भोला-भाला,
हमको ऐसा लगता जैसे,
ओढ़ा हो रेशमी दुशाला।
है मेरा खरगोश----------
अपने पंजों की तेजी से,
बिल्ली को धमकानेवाला,
कुत्ते पर भी मार झपट्टा,
नानी याद दिलाने वाला।
है मेरा खरगोश----------
लंबे पतले दो दांतों से,
कुतर कुतरकर खानेवाला,
गोभी, पालक के पत्तों को,
पलभर में निपटाने वाला।
है मेरा खरगोश-----------
हम गोदी में इसे उठाएं,
प्यार करें जी भर दुलराएँ,
हमभी इससे कभी न रूठें,
यह भी नहीं रूठने वाला।
है मेरा खरगोश-----------
वीरेन्द्र सिंह ब्रजवासी
मुरादाबाद/उ, प्र,
9719275453
12/01/2021
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