एक दिवस बिल्ल मौसी ने,
भेजा सबको न्योता,
मेरे जन्म दिवसपर भैया,
लाना गिफ्ट अनोखा।
खाने को पकवान बहुत हैं,
सांभर लिट्टी चोखा,
हलवा, पूरी, खीर मखाना,
दूध पकी केसर का।
नॉनवेज भी बना रखा है,
तरीदार और सूखा,
चूक गए तो नहीं मिलेगा,
ऐसा सुंदर मौका।
सबसे पहले आकर घेरा,
बंदरजी ने सोफा,
नाच रहे थे सभी खुशी से,
लगा तिकोना टोपा।
बिल्ली चूहे के आने का,
ताड़ रही थी मौका,
सोच रही चूहे राजा का,
किसने रस्ता रोका।
आता चूहा दिया दिखाई,
खुला खुशी का खाता,
मेरी इच्छा पूरी कर दी,
मैनी थेंक्स विधाता।
बिल्ली मौसी को चूहे ने,
किया दूर से टाटा,
यहां रखा है गिफ्ट तुम्हारा,
मैं तो घर को जाता।
वीरेन्द्र सिंह ब्रजवासी
मुरादाबाद/उ, प्र,
9719275453
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