जब भी गिरा तो , मुझे उठना सिखाया ...
अनुशासन की बाते , संघर्ष का पाठ पढ़ाया ,
जीवन के उद्देश्यो से मुझको , हरपल याद कराया ...
हाँ ! थोड़े रूखे से रहे , आप हमेशा पर
आपके साये में , जी भर के सुकून मै पाया ...
बहुत कुछ बातें है , जो आपसे कह नहीं पाया
पर खुश हूँ परिस्थितियों से , जज्बातों का
सैलाब लाया ...
उंगली पकड़कर जो तूने , चलना सिखाया ।।
✍️ कृष्णा वर्मा , रायपुर [ छत्तीसगढ़ ]
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