झम झमाझम झम झम
पानी वर्षा और भीगे हम
उसपर खाई बरफ मलाई
चटकारें थीं भरपूर लगाई
मम्मी पापा ने खूब था रोका
बाबा जी ने बहुत था टोका
चुनमुन पर मस्ती थी छाई
अब बिस्तर मे लुढ़की भाई
मम्मी पापा को सच्चा कष्ट
बीमारी से था बच्चा लस्त
डॉक्टर जी ने सुई लगाई
चुनमुन उठकर बैठी भाई
शरद कुमार श्रीवास्तव
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