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रविवार, 6 अगस्त 2023

कागज की नाव शरद कुमार श्रीवास्तव




कागज की नाव

कागज की नाव चली

टिंकूजी के गांव चली

सड़क मोहल्ले  गली

बहकर पानी मे चली


वो छुपती छुपाते चली

वो बचती बचाते चली

टिंकूजी की नाव चली

कागज की नाव चली


बरसाती पानी में चली

झूमती झामती चली

टिंकूजी की नाव चली

कागज की नाव चली


पिंटू की एक न चली

मन्टू की एक न चली

टिंकू ही की नाव चली

कागज की नाव चली




शरद कुमार  श्रीवास्तव

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