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रविवार, 31 मार्च 2024

नई कक्षा में जाने का उत्साह अंजू जैन गुप्ता

  



 'टिमटिम 'शहर में आज चारों ओर चहल- पहल थी।जहाँ देखो वहीं दुकानों पर नया बस्ता, टिफिन और स्कूल का बाकी सामान खरीदने की होड़ लगी हुई थी।तभी अचानक  ज़ोरों से बारिश होने लगती है ।बारिश को होता देखकर  सभी बच्चे खुशी से उछल पड़े,किन्तु चार साल की टिया और उसका सात साल का बड़ा भाई सोमु रोने लगे। उन दोनों को रोते हुए देखकर, माँ ने पूछा कि , "बच्चो तुम दोनों रो क्यों रहे हो? " टिया तुतलाती हुई रोते- रोते कहती है ,"मम्मा-मम्मा हमें कल छकूल (स्कूल) जाना है।" मम्मा कहती है ,"तो ठीक है कल चले जाना इसमें रोने वाली क्या बात है?" तभी सोमु रोते-रोते कहता है कि," मम्मा बाहर तो बारिश हो रही है हम स्कूल कैसे जाएँगे?,हम तो अपना नया बस्ता और टिफिन भी नही ले जा पाएँगे ।"


 

तभी पापा कहते है," कि चलो- चलो , जल्दी कार में बैठो घर समय पर पहुँच कर जल्दी सोना भी तो है वरना सुबह स्कूल कैसे जाओगे? ; इतनी सी बारिश से कुछ नही होगा ये तो अभी रूक जाएगी।" पापा की बात सुनते ही दोनों झट से कार में बैठ जाते है।



घर पहुँचते ही मम्मी  मेज़ पर खाना लगा देती है।मम्मी खाना खाने के लिए आवाज़ लगाने के  लिए पीछे मुड़ी ही थी कि क्या देखती है ,दोनों पहले से ही मम्मी के पीछे खड़े थे।

सोमु कहता है कि ,"टिया जल्दी से खाना खा लो आज तो हमें जल्दी सोना है।"टिया कहती है,"हाँ-हाँ भैया, आप भी जल्दी से खा लो फिर हम सोने के लिए चलते है।"

खाना खाने के तुरंत बाद दोनों  अपने कमरे में जाकर सो जाते है।

अब जैसे ही सुबह होती है माँ उन दोनों को उठाने के लिए उनके कमरे में  जाती है किन्तु दोनों को ही बिस्तर पर न पाकर माँ घबरा जाती है। और टिया  -टिया तुम कहाँ हो ,सोमु तुम कहाँ हो की आवाज़ें लगाने लगती है।माँ को परेशान देखकर दोनों दरवाज़े के पीछे से बाहर निकल आते है और कहते है, "मम्मा  हम तो ये रहे । आप परेशान क्यों हो ? हम तो दरवाज़े के पीछे छिपे हुए थे। देखो हम तो स्कूल जाने के लिए तैयार भी हो गए। "



माँ उन दोनों को तैयार देखकर बहुत खुश होती है और कहती है कि," बस अब हर रोज़ इसी उत्साह से स्कूल जाने के लिए तैयार हो जाया करना।"


अंजू जैन  गुप्ता



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