सोमवार, 26 दिसंबर 2016

अखिलेश चन्द्र श्रीवास्तव की रचना


अखिलेश चन्द्र श्रीवास्तव की प्रस्तुति

गोलू     बहुत   तैय्यारी से      क्रिकेट की किट लेकर

सफ़ेद ड्रेस      पहिन    कर    उत्साह से घर से गया

था।     आज उसके      स्कूल का मैच   नेशनल स्कूल

से था  उसे इस मैच को लेकर बड़ा उत्साह था।

खेल     के मैदान पर पहुँच कर     उसे  पता चला

कि      दोनों टीमों के      काफी सदस्य    सर्दी जुकाम

बुखार आदि से   पीड़ित हो गये हैं अतः मैच रद्द  हो गया है।

उसका  सारा उत्साह ठण्डा हो गया और घर पहुँचने पर

किट एक ओर फेंक दुःखी होकर सोफे पर बैठ गया ।

मम्मी ने देखा     तो पास आकर पूछा, क्या हुआ बेटा ?

आप     इतनी जल्दी     कैसे आ गये   और मूड क्यों

ख़राब है ?   गोलू जी बोले, दोनों टीमो के बच्चे बीमार है

अतः मैच रद्द हो गया।

मम्मी के पूछने से      गोलू ने बताया    उन बच्चों ने

स्कूल के     बाहर गन्दी चाट    खायी थी    और छोटी

छुट्टी (अवकाश )     में बरसते    पानी में खेले भी थे।

वे लोग टिफिन खाने से     पहले साबुन से

अच्छे से हाथ    भी नहीं धोते है।   अब बात मम्मी जी

की समझ में आ गयी थी।     उन्होंने       गोलू जी की

खूब तारीफ की      और उनको        खूब प्यार किया

क्योकि गोलूजी ने बाकी      बच्चों की तरह   गन्दे काम

नहीं किये थे और   अपनी मम्मी का कहना माना था।

 अखिलेश चन्द्र श्रीवास्तव की प्रस्तुति

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