कहा मेढकी ने मेढक से
जाना है बाजार
पर्स निकालो दे दो मुझको
रुपए दस हज़ार
बनारसी साड़ी लेनी है मुझको
झुमका बरेली वाला
नेलपालिश और लिपस्टिक
है लाना चश्मा काला
है लाना चश्मा काला
शापिंग करने जाना माॅल में
जल्दी निकालो गाड़ी
मेकअप सारा व्यर्थ जायगा
बरबाद मेहनत सारी
मेढक बोला भागदौड़ में हुए
रुपये खत्म हमारे
अब तो सारे बैंक बंद होगये
ठप एटीएम सारे
शरद कुमार श्रीवास्तव
शरद कुमार श्रीवास्तव
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें