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मंगलवार, 16 अगस्त 2022

आओ तिरंगा लहराएँ : अर्चना सिंह जया की रचना

 




चलो 75वाँ पंद्रह अगस्त धूम से मचाते हैं,


  तिरंगे को सर्वोच्च शिखर पर फहराकर,


 हम सब अमिट संकल्प एक जुट होकर खाते हैं ,


 राष्ट्र ध्वज का मान बढ़ा, एकता का पंचम लहराएँ।


 आओ इस अमृतमहोत्सव को सफल बनाएँ,


 हर गली, मोहल्ले, घर-आंगन तिरंगा लहराएँ।


अग्निपथ चल व सद्कर्म से विश्व में नाम कमाएँ,


देशभक्ति,शांति-संदेश, प्रेम परिमल चहुॅंदिशा फैलाएँ।


हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा बहती,


हुनर की खासियत यहाँ, जहाँ कई धर्म व जाति।


बलिदान, शांति,खुशी-प्रेम तिरंगा देता है संदेश 


परोपकार ही परम धर्म मानवता का धर्म विशेष। 


      


 अर्चना सिंह जया

इंदिरापुरम  गाजियाबाद 


🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙏

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