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रविवार, 16 जुलाई 2017

त्रिलोक सिंह ठकुरेला की रचना सबसे मिलती सीख



मकड़ी से कारीगरी,बगुले से तरकीब.
चींटी से श्रम सीखते,इस वसुधा के जीव.
इस वसुधा के जीव, शेर से साहस पाते.
कोयल के म्रदु बोल,प्रेरणा नयी जगाते.
'ठकुरेला' कविराय,भलाई सबने पकड़ी .
सबसे मिलती सीख,श्वान,घोड़ा या  मकड़ी.




-                                           त्रिलोक सिंह ठकुरेला

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