मम्मी-पापा ने खुश होकर आज प्रिन्सेज डॉल के कान मे हैप्पी बर्थ-डे कहा । प्रिन्सेज सोते-सोते अपने पापा के गले से लिपट गई और आँखें बंद करके ही बोली पापा मेरा बर्थ डे है? पापा बोले हाँ बेटा, आज तुम पाँच साल की हो गई हो !
अब तुम एक साल और बड़ी हो गई हो । प्रिन्सेज ने खुश होकर अपनी आँखे खोल दी । वह बोली, तो पापा, मै रूपम से एक साल बड़ी हो गई हूँ । रूपम डाॅल तो अभी फोर इयर की ही है। प्रिन्सेज खुशी से फूली नहीं समा रही थी । उसकी मम्मी ने भी प्यार करके उसे बिस्तर से बाहर निकाला और कहा कि जल्दी से तैयार हो जाओ स्कूल की देर हो रही है । आज तो तुम्हें नये कपड़ों में स्कूल जाना है । सब बच्चों के लिए टाफी बैलून भी लेकर जाना है ।
प्रिन्सेज जल्दी से तैयार होकर बच्चों के लिये टाफी बैलून के उपहार लेकर स्कूल वैन में बैठ कर स्कूल चली गई । स्कूल पहुंचने पर प्रेयर मे उसकी क्लास टीचर ने उसे प्यार से अपने पास बुलाया और हेड मैम के पास ले गई । हेड मैम ने भी उसे प्यार किया और प्रेयर के बाद सब बच्चों ने डाल को हैप्पी बर्थ-डे विश किया। क्लास में आने के बाद क्लास के बच्चों ने उसे हैप्पी बर्थ-डे कहा । प्रिन्सेज ने सभी बच्चों को बैलून और टाॅफियाँ बाटी । हरीश ने टाफी ले तो लिया पर उसने न तो प्रिन्सेज हैप्पी बर्थ-डे कहा न थैंक्यू कहा । इस बात से प्रिन्सेज का चेहरा उतर गया। टीचर ने जब देखा तब उन्होंने हरीश से अलग बुलाकर अकेले में पूछा कि यह क्या बात है । हरीश ने मैम को बताया कि पहले उसकी बर्थ-डे में प्रिन्सेज ने भी उसे विश नहीं किया था । मैम ने हरीश को समझाया कि बदला लेना बुरी बात होती है । फिर हरीश ने जाकर अलग से प्रिन्सेज को हैप्पी बर्थ-डे कहा । प्रिन्सेज ने हरीश से हाथ मिलाया और वे अच्छे दोस्त बन गए ।
शाम को सिटी होटेल में प्रिन्सेज के पापा ने प्रिन्सेज की हैप्पी बर्थ-डे की पार्टी रखी थी । पापा मम्मी के साथ प्रिन्सेज होटल पहुंच गई थी । मम्मी-पापा प्रिन्सेज के लिए एक बहुत ही प्यारी फ्राक लाये थे वही फ्राक उसने पहन रखी थी फूलदार शू और गोल्डन हेयर बैन्ड भी उस के ऊपर बहुत सुन्दर लग रही थी । केक को तो अपने समय पर ही बेकरी से आना था । अतः उसके लिए चिंता की कोई बात नहीं है । चाचू अपने कैमरे के साथ फिट थे दादी बाबा जी भी चाचा-चाची के साथ ही आ गये थे । दोस्तों मे पहुचने वालों भे मुनमुन और बन्टी थे धीरे-धीरे सभी लोग आ गये थे । कुछ दोस्त मम्मी-पापा के थे तो कुछ प्रिन्सेज डॉल के थे । उसी समय वेटर ने एक पार्सल लाकर दिया और बोला कि अभी अभी कोरियर ने लाकर दिया था । पापा ने पार्सल देखकर डॉल को बताया कि उसकी नानी जी ने भेजा है । पार्सल के साथ हैप्पी बर्थ-डे कार्ड लगा है। प्रिन्सेज बहुत खुश हुई कि नानी जी को उसका जन्मदिन याद था। सब बच्चों ने कौतुहल वश नानी जी की गिफ्ट देखना चाहा । सब लोगों के सामने गिफ़्ट पैक खोला गया तो पार्सल से एक सुन्दर सा खिलौने वाला खरगोश निकला जो गाना भी गाता है और जो कहानी भी सुनाता है । प्रिंसेज उसे पाने कर बहुत खुश हो गई । फिर सब बच्चों ने गेम खेले।
तब तक केक 🎂 आ गया था । सब बच्चे केक को घेर कर खड़े हो गये। प्रिन्सेज डॉल ने तब मम्मी-पापा और दादी बाबा के साथ केक काटा और सब लोगों ने केक खाया और फिर बच्चो ने पोयम, चुटकुले गाने सुनाए . हरीश का गाना " सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तान हमारा" की सबने खूब तारीफ की . वहाँ एक मैजेशियन भी आये थे उन्होने बच्चो के मन पसन्द जादू दिखाऐ कागज के फूल को कबूतर बना दिया. एक खाली डिब्बे के अन्दर से खरगोश निकाल दिया. सब बच्चों को खूब मजा आया. खाने की प्लेटे आ गईं थी उन प्लेटो मे केक मैगी, स्प्रिंग रोल्स पकौड़ी , हलुआ और गुुलाबजामुन रखा था सब लोगों ने बड़े चाव से खाया . चाचू ने फोटो खींची । सभी बच्चों को रिटर्न गिफ़्ट मिली और सब अपने घर चले गये
घर आकर प्रिन्सेज ने नानी जी की फोटो के सामने नानीजी को उनके प्यारे से गिफ्ट के लिए थैंक्स कहा तो नानी जी की फोटो मे नानीजी मुस्कराते हुए दिखाई पड़ीं ।
शरद कुमार श्रीवास्तव