चलो जलायें दीप साथियों , मिल कर खुशियाँ मनायेंगे।
एक एक दीप जलाकर हम , अंधियारा दूर भगायेंगे।।
गली मुहल्ले साफ रखेंगे , कचरा नही फैलायेंगे।।
स्वच्छ वातावरण रहेगा , मिलकर दीप जलायेंगे।
नही लगायें झालर मालर , एक एक दीप जलायेंगे।।
नही लगायें झालर मालर , एक एक दीप जलायेंगे।।
दीपक की रौशन से हम , घर घर को सजायेंगे ।
खूब खायेंगे खील बताशा , दिवाली मिलकर मनायेंगे।।
आतिशबाजी बड़े करेंगे , फुलझड़ी बच्चे जलायेंगे।
मिलकर सब खुशियाँ मनाये , एक एक दीप जलायेंगे ।।
प्रिया देवांगन "प्रियू"
पंडरिया
जिला - कबीरधाम (छत्तीसगढ़)
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