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शुक्रवार, 6 सितंबर 2019

जय गणेश देवा रचना : प्रिया देवांगन "प्रियू"





जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
रोज करो पूजा पाठ ,और करो सेवा।।

लड्डू मोदक तुमको भाये , फूल पान मिलके चढ़ाये।
धूप आरती रोज लगाये , चरणों मे हम शीश नवाये।।

मूसक के तुम हो सवारी , एक दन्त के तुम हो धारी।
लंबोदर महाराज कहलाते , पेट तुम्हारा है सबसे भारी।।

अन्धे को तुम आँख  देते , कोढ़िन को तुम देते काया।
सबकी भव बाधा को हरते , बढाते हो सबकी माया ।।

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
रोज करो पूजा पाठ , और करो सेवा।।


























प्रिया देवांगन "प्रियू"
पंडरिया  (कवर्धा)
छत्तीसगढ़

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