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गुरुवार, 26 मार्च 2020

खुशी जिंदगी की (गजल) : महेन्द्र देवांगन






जिंदगी को खुशी से बिताते चलो।
फासला तुम दिलों से मिटाते चलो।।

शौक पूरा करो तुम यहाँ से वहाँ ,
गीत धुन में सभी गुनगुनाते चलो।

बैठ कर यूँ अकेला रहा मत करो ,
बात दिल की हमें भी बताते चलो ।

चैन आये कभी अब न देखे बिना,
हाथ से यूँ न मुखड़ा छुपाते चलो।

आजकल राह में क्यों गुजरते नहीं ,
माथ "माटी"  तिलक भी लगाते चलो।




 











महेन्द्र देवांगन माटी
पंडरिया छत्तीसगढ़
8602407353

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