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शुक्रवार, 16 फ़रवरी 2018

प्रिया देवांगन "प्रियू" की रचना : बसन्त राजा








आम फलों का राजा है।

बच्चों को खूब भाता है ।

मीठी मीठी रस भरी है।

चिड़िया रस को चुहक  रही है।

चू चू करके बता रही है ।

नाच नाच कर खा रही है।

इस डाल से उस डाल पर।

फुदक फुदक कर जा रही है।

बसंत राजा आ गया ।

मौसम बहार का आ गया ।

हरियाली बागो मे छाई ।

बागों में कोयल है गाई ।

मोर खुशी से नाच रही ।

तितली खुशियाँ बांट रही ।

बसंत राजा आ गया।

मौसम बहार का छा गया।

 


                            प्रिया देवांगन "प्रियू"

                            पंडरिया  (कवर्धा )

                            छत्तीसगढ़ 

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