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बुधवार, 6 जून 2018

महेन्द्र देवांगन "माटी" की रचना : पेड़ों को मत काटो








एक एक पेड़ लगाओ , धरती को बचाओ ।

मिले ताजा फल फूल,  पर्यावरण शुद्ध बनाओ ।

मत काटो तुम पेड़ को , पुत्र समान ही मानो ।

इनसे ही जीवन जुड़ा है , रिश्ता अपना जानो ।


सोचो क्या होगा अगर,  पेड़ सभी कट जायेंगे ?

कहां मिलेगी शुद्ध हवा, तड़प तड़प मर जायेंगे ।

फल फूल और औषधि तो, पेड़ों से ही मिलते हैं ।

रहते मन प्रसन्न सदा , बागों में दिल खिलते हैं ।


पंछी चहकते पेड़ों पर , घोसला बनाकर रहती हैं।

फल फूल खाते सदा, धूप छाँव सब सहती हैं ।

सबका जीवन इसी से हैं, फिर क्यों इसको काटते हो।

अपना उल्लू सीधा करने, लोगों को तुम बाँटते हो।


करो संकल्प जीवन में प्यारे, एक एक वृक्ष लगायेंगे ।

हरा भरा धरती रखेंगे, जीवन खुशहाल बनायेंगे ।





महेन्द्र देवांगन "माटी"

पंडरिया  (कवर्धा )

छत्तीसगढ़ 

वाटसप नंबर 8602407353



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