एक चिड़िया आई आँगन में ,
बैठ गयी खाली बर्तन पर ।
लगी बड़ी थी उसको प्यास ,
चू - चू कर रही थी खास ।
फिर बिटिया शिक्षा ने ,
उठायी छोटी सी गिलास ।
निकाली पानी और
ले गई उसके पास ।
चिड़िया रानी ने प्यास बुझाई ,
बेबी शिक्षा को अपनी दोस्त बनाई ।
अब रोज सवेरे वह उड़ते आती ,
बिटिया को जल्दी सुबह उठाती ।
खूब प्यार से साथ में खिलाती ,
प्यारी चुनचुन कहकर उसे बुलाती ।।
कृष्ण कुमार वर्मा
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