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रविवार, 6 जनवरी 2019

महेन्द्र देवांगन द्वारा रचित कविता : पेड़ लगाओ (चौपाई)






मिल जुलकर सब पेड़ लगाओ । ताजे ताजे फल को खाओ ।।
देता है यह सबको छाया । अदभुत इसकी है सब माया ।।

फूल पान औ फल को देता । बदले हमसे कुछ ना लेता ।
 पत्ती जड़ से औषधि बनती । बीमारी को झट से हरती ।।

मिलकर पौधे रोज लगाओ । शुद्ध हवा तुम निशदिन पाओ ।।
सुबह शाम सब पानी डालो । बैठ छाँव में अब सुस्ता लो ।।

बैठे डाली पंछी गायें । मीठे मीठे फल को खायें ।
थककर राही नीचे आते । बैठ छाँव में अति सुख पाते ।।

जंगल झाड़ी कभी न काटो । भाई भाई इसे न बाटो ।।
मिलकर सारे पेड़ लगाओ । धरती को तुम स्वर्ग बनाओ ।।



                         महेन्द्र देवांगन माटी 
                         पंडरिया (कबीरधाम) 
                         छत्तीसगढ़ 
                         8602407353

                   mahendradewanganmati@gmail.com

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