आओ साथियो दीप जलाये ,
मिलकर हम खुशियां मनाये।
दीपक से रौशनी जगाये ,
अंधियारी को दूर भगाये।
एक एक दीप जलाकर हम
जग में उजाला लाये ।
छोटे बड़े सब मिलकर
दीवाली का त्योहार मनाये ।
मीठे मीठे पकवान बनाकर
मिल बांट कर हम खाये ।
करे शरारत बच्चे मिलकर
फुलझड़ी घर पर जलाये ।
आओ साथियो दीप जलाये
मिलकर हम खुशियां मनाये।।
रचना
प्रिया देवांगन "प्रियू"
पंडरिया छत्तीसगढ़
बहुत बढ़िया रचना बधाई हो
जवाब देंहटाएंमहेन्द्र देवांगन माटी