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शुक्रवार, 16 दिसंबर 2016

प्रभास्क पाठक का बालगीत





किट्टू का ब्यूटी पार्लर

किट्टू गये बाजार में अपनी मम्मी के संग ,
मम्मी को ब्यूटी पार्लर में देख हुए वे दंग ,
बड़े अनोखे आँखों से  वे देखें सारे रंग ,
ब्युटीशियन के संग में पढ़ गये सारे ढंग !


वापस घर में आये किट्टू पहुँचे दादा पास ,
फिर दादा को ले बैठाया कुर्सी पर सायास ,
चुपड़ दिया गालों पर उनके सारे जेली क्रीम,
दबा दाँत के बीच धागे से लगे खींचने क्रीम !


किट्टू जब संतुष्ट हुए तब ही दादा  को छोड़ा ,
दिखा आइना बोला उनको दादा सुंदर शोणा,
अब भौहें मैं ठीक करूँगा बैठो चुप हिलो ना,
किट्टू करतब करें सलोने  दादा बने  खिलौना !


 

डॉ प्रभास्क   पाठक 

राँची 
झारखंड 

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