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शनिवार, 21 जनवरी 2017

पीहू की  कहानी  पीहू की जबानी


पीहू की  कहानी  पीहू की जबानी

एक दिन मै बाहर गई  थी,  मुझे  ख्याल आया  कि  मैं नानाजी के  साथ  संग्रहालय देखने  जाऊँ । जब मैं   वहाँ  गई तो  मुझे वहाँ  पुराने जमाने के  अलग  अलग  जानवर  पक्षी  देखने  को  मिले  । a वहां  पे मुझे पुराने जमाने की   वीर  प्रजातियां  देखने  को  मिली ।
वहाँ   बहुत  अच्छे  जानवर  पक्षी थे ।  पिछले  बार  मैं  जब  संग्रहालय  देखने  गई  थी तब भी  मुझे  बहुत  मजा  आया  था  और इस  बार  भी  मुझे  बहुत  मजा  आया  है ।  इस  तरह  मैंने  अपनी  छुट्टियां  बहुत  मजे मे गुजारी ।  बहुत  शीघ्र  मै दूसरी  कहानी  सुनाऊँगी । धन्यवाद ।











पीहू
सुपुत्री श्रीमती स्तुति और श्री संजीव श्रीवास्तव
फ्रीडम  फिघ्टर्स एन्क्लेव
नई  दिल्ली  

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