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मंगलवार, 16 अक्टूबर 2018

स्वच्छता अभियान : अर्चना सिंह जया




यह कविता  2 अक्टूबर के विशेष अवसर के लिए प्रायोजित थी। कतिपय कारणों से  उस समय प्रकाशित नहीं हो पायी थी।.।. इस विषय का लक्ष्य स्वच्छता अभियान से संबंधित हैं अतः इस अभियान को कभी भी प्रारंभ किया जा सकता है और स्वच्छता के लिए संकल्पबद्ध हुआ जा सकता है।  फिर भी देरी के लिए क्ष
चलो ‘स्वच्छता अभियान ’,
आज मिलकर सफल बनाएॅंगे।
गाॅंधी दिवस पर संकल्प लें,
2 अक्टूबर को यादगार बनाएॅंगे।
खुद से खुद को वचन लें,
गंदगी न फैलाएॅंगें।
घर-द्वार ही नहीं मात्र,
भारतवर्ष स्वच्छ बनाएॅंगें।
स्वच्छता को अपनाकर हम,
राष्ट् को स्वस्थ बनाएगे।
स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता,
अब घर,गली,मुहल्ले में लाएॅंगे।
सफाई कर्मचारियों को भी ,
आदर से आवाज़ लगाएॅंगे।
‘आराम हराम’ उद्देश्य जीवन का,
‘बापू’ के स्वप्न को साकार बनाएॅंगे।
स्वच्छता को अपनाकर हम,
राष्ट् को स्वस्थ बनाएूंॅगे।

























              अर्चना सिंह जया
इंदिरापुरम गाज़ियाबाद

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