ब्लॉग आर्काइव

बुधवार, 6 सितंबर 2017

सपना मांगलिक का बालगीत : बादल







आसमान में थे बिखरे

कुछ पानी के भरे हुए

रुई से कतरे - वतरे

टकराये तो बरस पड़े।


                                           सपना मांगलिक

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