छमछम करती गुड़िया रानी ,
घर आँगन मे आई ।
अपने हाथो रंगे लेकर ,
सबको खूब लगाई ।।
हाथो मे पिचकारी लेकर ,
दादी को भिगाई ।
दौड़ दौड़ कर गुड़िया रानी ,
सब को रंग लगाई ।।
मम्मी ने पकवान बनाई ,
पापा भांग मिलाये ।
बच्चे बूढ़े सभी जनों ने ,
झूम झूम कर गाये ।।
प्रिया देवांगन "प्रियू"
पंडरिया
जिला - कबीरधाम (छत्तीसगढ़)
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