सुबह सबेरे हम उठ जाएँ
मुंह धोकर प्रभु के गुण गायें।
मात पिता को शीश झुकाएं।
गुरु वंदन की रीत निभायें।
उठा पुस्तकें पढ़ने बैठें।
बड़े बुजुर्गों से न ऐंठे।
ध्यान लगा कर करें पढ़ाई।
माँ फिर देगी दूध मलाई।
रगड़ रगड़ कर खूब नहाएं।
सादा भोजन छक कर खाएं।
स्वच्छ साफ पोशाक पहनकर
खूब पढ़ें विद्यालय जा कर।
पेड़ों से हम देना सीखें।
नदियों से हम बहना सीखें।
आओ श्रम को हम अपनायें।
आलस को हम दूर भगाएं।
सुशील शर्मा
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