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गुरुवार, 16 अप्रैल 2020

लघु कहानी - " राजा और कबूतर ". : कृष्ण कुमार वर्मा






एक बार राजा शिकार के लिए वन मे गया था ।फिर बहुत देर तक घूमने के बाद राजा थककर अपने सैनिकों के साथ आराम करने पेड़ की छाँव पर बैठा । अचानक उनकी नजर पेड़ पर बैठे प्यारा सा कबूतर पर गई । राजा ने तुरंत जाल से कबूतर को पकड़ लिया । उसके बाद कबूतर उनसे विनती करने लगा कि हे ! राजा मुझे छोड़ दो , मैं आपके एक दिन जरूर काम आऊंगा । फिर राजा को उसके ऊपर दया आ गई और राजा ने उसे छोड़ दिया । 
एक दिन राजा के महल में एक चोर घुसा  । उसने रानी का बहुमुल्य आभूषण चोरी करके ले गया । और जंगल मे जाकर छुपा दिया ।
राजा ने बहुत खोजबीन किया , लेकिन चोर का पता नहीं चल पाया । राजा बहुत गुस्से में था ।
एक दिन यह बात कबूतर को पता चला , तो वह राजा के पास गया और राजा से कहा - हे राजा ! मैने उस चोर को जंगल मे देखा है , वह कुछ छिपा रहा था ।
राजा उसके बातो को सुनकर तुरन्त सैनिकों के साथ जंगल की ओर चल पड़ा ।
फिर कबूतर ने उस जगह की स्थिति को राजा को दिखाया और फिर सैनिको द्वारा वो आभूषण ढूंढ लिया गया । यह देखकर राजा बहुत खुश हुआ और कबूतर से कहा - कि आज के बाद कभी भी वह चिड़ियों का शिकार नही करेगा । यह सुनकर कबूतर बहुत खुश हुआ ।



कृष्ण कुमार वर्मा
रायपुर , छत्तीसगढ़
9009091950

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