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सोमवार, 5 अक्टूबर 2020

पुरानी ऐनक रचना :कृष्ण कुमार वर्मा






पुरानी ऐनक [ 👓 ]

अनुभवों की खान होती है ।

ना जाने कितने ही रहस्यों की 

जान होती है ।

खामोशी से ही मगर , गुजरे वक्त की 

पहचान होती है ।

पुरानी ऐनक !

जिंदगी में हासिल किये पड़ावों

का सुखद मील- निशान होती है ....



✍ कृष्ण कुमार वर्मा , चंदखुरी , रायपुर 


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