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शनिवार, 26 जून 2021

पुरानी ऐनक [ 👓 ] कृष्ण कुमार वर्मा की रचना

 


अनुभवों की खदान होती है ।
ना जाने कितने ही तजुर्बा की साझेदार  होती है ।
खामोशी से ही मगर , गुजरे वक्त की 
पहचान होती है ।
पुरानी ऐनक !
जिंदगी में हासिल किये पड़ावों
की सुखद एहसास होती है ....





✍  कृष्ण कुमार वर्मा , चंदखुरी , रायपुर 

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